वर्ष 2025 मानवता की श्रद्धा, राष्ट्रों की शक्ति और वैश्विक संकटों की एक मार्मिक गाथा बनकर उभरा। यह वर्ष आध्यात्मिक उत्साह से लेकर युद्ध की विभीषिका, प्राकृतिक आपदाओं से लेकर तकनीकी प्रगति तक फैला रहा। भारत में प्रयागराज का महाकुंभ मेला श्रद्धा का प्रतीक बना, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए एकत्र हुए। यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन था, जो सनातन संस्कृति की जीवंतता को दर्शाता था। लाखों लोगों ने अमृत स्नान किया, संतों के प्रवचन सुने और एकता का संदेश फैलाया। किंतु इस श्रद्धा के उत्सव में दुखद भगदड़ भी हुई, जिसमें कई निर्दोष जानें गईं, जो सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाती रही।
शक्ति का प्रदर्शन वैश्विक स्तर पर देखने को मिला। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप का दूसरा कार्यकाल शुरू हुआ, जिसने वैश्विक राजनीति को नई दिशा दी। ट्रंप की कठोर टैरिफ नीतियां और आव्रजन सुधारों ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया। रूस-यूक्रेन युद्ध चौथे वर्ष में प्रवेश कर गया, जहां रूस ने क्षेत्रीय लाभ हासिल किए और यूक्रेन ने डटकर मुकाबला किया। भारत ने भी अपनी शक्ति का परिचय दिया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया गया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह ऑपरेशन भारत की दृढ़ता और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रतीक बना। इसके अलावा, अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना और इंडिगो की उड़ान संकट जैसी घटनाओं ने विमानन क्षेत्र की चुनौतियों को उजागर किया।
संकटों ने वर्ष को व्यथित किया। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव स्पष्ट दिखे—भारत-पाकिस्तान में भीषण गर्मी की लहर, कैलिफोर्निया में विनाशकारी जंगल की आग और यूरोप में हीटवेव ने हजारों जानें लीं। सूडान और गाजा में संघर्ष जारी रहा, जहां मानवीय संकट गहराया। जापान में शक्तिशाली भूकंप और सुनामी ने तबाही मचाई। तकनीकी क्षेत्र में AI की प्रगति हुई—ओपनएआई का चैटजीपीटी-5 और चीन के डीपसीक मॉडल ने दुनिया को बदल दिया, किंतु नौकरियों और नैतिकता पर सवाल उठाए। अंतरिक्ष में सफलताएं मिलीं, जैसे फायरफ्लाई का चंद्र लैंडिंग और निसार उपग्रह का प्रक्षेपण।
सांस्कृतिक रूप से, बेयॉन्से का ग्रैमी जीतना और टेलर स्विफ्ट की सगाई जैसे क्षणों ने खुशियां बांटी। पोप फ्रांसिस का निधन और नए पोप लियो XIV का चुनाव कैथोलिक दुनिया के लिए महत्वपूर्ण रहा। भारत में वक्फ संशोधन कानून और नक्सलवाद पर कार्रवाई ने सामाजिक बदलाव लाए।
2025 ने सिखाया कि श्रद्धा हमें एकजुट करती है, शक्ति हमें सुरक्षित रखती है, लेकिन संकट हमें सतर्क रहने की प्रेरणा देते हैं। यह वर्ष चुनौतियों के बावजूद उम्मीद का रहा, जहां मानवता ने संघर्षों से आगे बढ़ने का संकल्प दिखाया। नए वर्ष में शांति और समृद्धि की कामना के साथ, 2025 की यह गाथा हमें मजबूत बनाती है।
(Written By: Akhilesh Kumar)


