भारतीय संस्कृति: विश्व की धरोहर भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और समृद्ध संस्कृतियों में से एक है, जो हजारों वर्षों से अपनी विविधता और गहराई से विश्व को आकर्षित करती रही है।

भारतीय संस्कृति: विश्व की धरोहर

 भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और समृद्ध संस्कृतियों में से एक है, जो हजारों वर्षों से अपनी विविधता और गहराई से विश्व को आकर्षित करती रही है। यह संस्कृति न केवल भारत की पहचान है, बल्कि यह विश्व की सांस्कृतिक धरोहर का एक अनमोल हिस्सा भी है। भारतीय संस्कृति का आधार इसकी विविधता में एकता, सहिष्णुता और आध्यात्मिकता में निहित है, जो इसे अद्वितीय बनाती है।

 भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पहलू इसकी धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराएँ हैं। हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म और अन्य कई मत भारत में जन्मे और पनपे। ये धर्म न केवल आध्यात्मिकता का मार्ग दिखाते हैं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं। गीता, वेद, उपनिषद और बौद्ध ग्रंथ जैसे प्राचीन ग्रंथ आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। भारतीय संस्कृति में त्योहारों का विशेष महत्व है। दीवाली, होली, ईद, क्रिसमस, गुरुपर्व जैसे पर्व विभिन्न समुदायों को एक साथ लाते हैं और सामाजिक एकता को बढ़ावा देते हैं।

 भारतीय कला और साहित्य भी विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हैं। नृत्य रूप जैसे भरतनाट्यम, कथक, ओडिसी और संगीत की शास्त्रीय परंपराएँ, जैसे हिंदुस्तानी और कर्नाटक संगीत, भारतीय संस्कृति की गहराई को दर्शाती हैं। कालिदास, तुलसीदास और रवींद्रनाथ टैगोर जैसे साहित्यकारों ने भारतीय साहित्य को विश्व पटल पर सम्मान दिलाया। भारतीय चित्रकला, मूर्तिकला और स्थापत्य कला, जैसे अजंता-एलोरा की गुफाएँ, खजुराहो के मंदिर और ताजमहल, विश्व की कला धरोहर में शामिल हैं।

 भारतीय संस्कृति में परिवार और सामुदायिक मूल्यों का विशेष स्थान है। संयुक्त परिवार की परंपरा, जहाँ कई पीढ़ियाँ एक साथ रहती हैं, भारतीय समाज की नींव रही है। आदर, प्रेम और आपसी सहयोग जैसे मूल्य भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं। साथ ही, भारतीय व्यंजनों की विविधता भी इस संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर क्षेत्र के अपने अनूठे स्वाद, जैसे पंजाबी सरसों का साग, दक्षिण भारतीय डोसा या बंगाली मिठाइयाँ, विश्व भर में लोकप्रिय हैं।

 आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति ने वैश्वीकरण के साथ कदम मिलाया है। योग, आयुर्वेद और ध्यान जैसी प्राचीन प्रथाएँ आज विश्व भर में अपनाई जा रही हैं। भारतीय सिनेमा, विशेष रूप से बॉलीवुड, ने भी विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। फिर भी, भारतीय संस्कृति ने अपनी जड़ों को नहीं छोड़ा। यह परंपरा और आधुनिकता का एक अनूठा संगम है।

 भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी विशेषता इसकी समावेशिता है। यह विभिन्न धर्मों, भाषाओं और परंपराओं को अपनाने में सक्षम रही है। यह संस्कृति हमें सिखाती है कि विविधता में ही सच्ची शक्ति है। विश्व की धरोहर के रूप में भारतीय संस्कृति न केवल भारतवासियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह विश्व को प्रेम, शांति और एकता का संदेश देती है। यह एक ऐसी धरोहर है जो समय की कसौटी पर खरी उतरती है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।( Written by: Akhilesh kumar)


 

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