मोदी जी और मुर्मू जी का हँसते-हँसाते चुटकुला एक बार की बात है, दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में एक खास बैठक हो रही थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एक साथ बैठकर देश के विकास पर चर्चा कर रहे थे।

मोदी जी और मुर्मू जी का हँसते-हँसाते चुटकुला 

एक बार की बात है, दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में एक खास बैठक हो रही थी।  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एक साथ बैठकर देश के विकास पर चर्चा कर रहे थे।  लेकिन उस दिन माहौल कुछ हल्का-फुल्का था, क्योंकि दोनों ही चाहते थे कि गंभीर चर्चाओं के बीच थोड़ा हास्य भी हो। मोदी जी ने मुस्कुराते हुए कहा, "राष्ट्रपति जी, आपने तो पूरे देश को अपने सादगी भरे अंदाज से जीत लिया।  लेकिन बताइए, क्या आपने कभी कोई चुटकुला सुनाया है?" मुर्मू जी ने हँसते हुए जवाब दिया, "मोदी जी, चुटकुले तो मैं बचपन में खूब सुनाती थी, लेकिन अब तो राष्ट्रपति भवन की गरिमा का ख्याल रखना पड़ता है।  वैसे, आप तो चुटकुलों के उस्ताद हैं, सुना है कि गुजरात में आपके चुटकुले मशहूर थे।  एक सुनाइए न!" मोदी जी ने अपनी चाय की चुस्की लेते हुए कहा, "ठीक है, राष्ट्रपति जी, यह लीजिए।  एक बार मैं और मेरा दोस्त 'डिजिटल इंडिया' पर काम कर रहे थे।  मेरा दोस्त बोला, 'मोदी जी, ये डिजिटल इंडिया क्या है?'  ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", ", " मुर्मू जी जोर-जोर से हँस पड़ीं और बोलीं, "मोदी जी, ये तो कमाल है!  लेकिन मेरे गाँव में तो दादी लोग अभी भी मोबाइल को रेडियो समझकर कान से लगाती हैं!"  दोनों खूब हँसे। फिर मुर्मू जी ने अपनी बारी ली, "मोदी जी, अब मेरी बारी।  सुनिए, एक बार एक गाँव में पंचायत हुई।  सरपंच बोला, 'हम गाँव में स्मार्ट सिटी बनाएँगे।'  एक बुजुर्ग ने पूछा, 'ये स्मार्ट सिटी क्या बला है?'  सरपंच बोला, 'अरे, वो शहर जहाँ बिजली, पानी, सड़क सब स्मार्ट होगा।'  बुजुर्ग ने तपाक से कहा, 'तो फिर हमारे गाँव में स्मार्ट गाय भी होगी, जो खुद दूध निकालकर दे दे?'" मोदी जी हँसते-हँसते लोटपोट हो गए और बोले, "राष्ट्रपति जी, आपने तो कमाल कर दिया!  ये चुटकुला तो मैं संसद में भी सुना दूँगा!" इसके बाद दोनों ने मिलकर एक और चुटकुला बनाया।  मोदी जी बोले, "राष्ट्रपति जी, अगर मैं और आप मिलकर एक स्टार्टअप शुरू करें, तो क्या नाम रखें?"  मुर्मू जी ने तुरंत कहा, "मोदी-मुर्मू मस्ती मंच!  जहाँ हर भारतीय को हँसी और प्रेरणा मिले!" मोदी जी ने ताली बजाई और कहा, "बस, अब तो हमें 'मेक इन इंडिया' के साथ 'लाफ इन इंडिया' भी शुरू करना होगा!" इस तरह, उस दिन राष्ट्रपति भवन में गंभीर चर्चाएँ हँसी-मजाक में बदल गईं।  दोनों ने मिलकर ठान लिया कि देश को प्रगति के साथ-साथ हँसी भी चाहिए, क्योंकि हँसता हुआ भारत ही सच्चा भारत है!( By: Akhilesh kumar)


 

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