नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025: साल 2025 अब तक के सबसे रोमांचक और डरावने वर्षों में से एक साबित हो रहा है। सोशल मीडिया से लेकर वैश्विक समाचार चैनलों तक, एक बड़ा खुलासा ट्रेंड कर रहा है जो दुनिया को हिला कर रख देगा। यह खुलासा है - 2025 में विश्व युद्ध 3 की आहट, एआई युद्ध और वैश्विक संकट की भविष्यवाणियां, जो बाबा वंगा, नास्त्रेदमस और अन्य भविष्यवक्ताओं की पुरानी भविष्यवाणियों से जुड़ी हुई हैं। क्या ये महज संयोग हैं या वास्तविकता बनने वाली हैं? आइए गहराई से समझते हैं।
सबसे पहले बात बाबा वंगा की, जिन्हें 'बल्गेरियन नास्त्रेदमस' कहा जाता है। उनकी 2025 की भविष्यवाणियां इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। बाबा वंगा ने कहा था कि 2025 में यूरोप की आबादी कम हो जाएगी, नई ऊर्जा स्रोत मिलेंगे, मंगल ग्रह पर कॉलोनी बनेगी और ब्रह्मांड की सीमाओं की खोज होगी। लेकिन सबसे चौंकाने वाली है विश्व युद्ध 3 की चेतावनी, जहां एआई हथियारों का इस्तेमाल होगा और वैश्विक पतन आएगा। हाल ही में जारी रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और ईरान-इजरायल संघर्ष इन भविष्यवाणियों को साकार कर सकते हैं। नास्त्रेदमस ने भी 2025 को 'अनियंत्रित अराजकता' का साल बताया है, जहां प्राकृतिक आपदाएं और युद्ध दुनिया को बदल देंगे।
ट्रेंडिंग न्यूज़ में ये भविष्यवाणियां क्यों वायरल हैं? क्योंकि 2025 में हो रही घटनाएं इनसे मेल खा रही हैं। जनवरी से ही बाइबल की भविष्यवाणियां चर्चा में हैं, जैसे डैनियल 12:4 में अंतिम समय में ज्ञान और तकनीक की तेजी से वृद्धि। मार्च में सिग्नल लीक ने अमेरिकी अधिकारियों की झूठी दावों को उजागर किया, जहां यमन और ईरान से जुड़े रहस्य सामने आए। अप्रैल में पोप फ्रांसिस की मौत के बाद वेटिकन की 900 साल पुरानी 'प्रोफेसी ऑफ द पोप्स' फिर सुर्खियों में आई, जो जजमेंट डे की बात करती है। जून में ईरान के साथ युद्ध की बाइबल भविष्यवाणियां ट्रेंड कीं, जहां ट्रंप को 'गॉड्स चोजेन वन' कहा गया।
वहीं, तकनीकी दुनिया में भी बड़े खुलासे हो रहे हैं। एआई की रेस तेज हो गई है, जहां हाइपरस्केलर्स सेंसर हर जगह लगा रहे हैं। क्वांटम कंप्यूटिंग और रोबोटैक्सिस रैंप अप होंगे, जबकि लॉन्गेविटी प्रोडक्ट्स मुख्यधारा में आएंगे। लेकिन ये प्रगतियां भी खतरे ला रही हैं - साइबर अटैक, डीपफेक और सिंथेटिक खतरे।
जियोपॉलिटिकल स्तर पर, मिडिल ईस्ट में शांति वार्ताएं सफल हो सकती हैं, लेकिन चीन रिसेशन में फंस सकता है। अमेरिका पाकिस्तान से फिर हाथ मिला सकता है, जबकि भारत-चीन संबंधों में सुधार हो सकता है। यूएस चुनावों में ट्रंपिज्म की वापसी और यूरोप में साइबर अटैक ट्रेंडिंग हैं।
ये खुलासे सिर्फ भविष्यवाणियां नहीं, बल्कि वर्तमान की चेतावनी हैं। 2025 में पर्यावरणीय आपदाएं बढ़ेंगी - आग, भूकंप और बाढ़। लेकिन सकारात्मक पक्ष यह है कि मानवता जाग रही है। स्पिरिचुअल अवेकनिंग, इंडिपेंडेंट मीडिया और डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम्स नई शुरुआत कर सकते हैं। क्या हम तैयार हैं? यह साल हमें सिखाएगा कि बदलाव अपरिहार्य है, लेकिन हमारा चुनाव तय करेगा कि यह विनाश होगा या पुनर्निर्माण।( Author: Akhilesh Kumar)